अधर्म पर धर्म की जीत,
अन्याय पर न्याय की विजय,
बुराई पर अच्छाई की जय- जयकार ,
यही है, दशहरे का त्यौहार।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने जिस दिन रावण का वध किया उस दिन शारदीय नवरात्र की दशमी तिथि थी। भगवान राम ने 9 दिन मां दुर्गा की उपासना की और फिर दसवें दिन रावण पर विजय प्राप्त की इसलिए इस त्यौहार को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है।
जी-आर-डी प्रांगण में असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा बड़ी धूमधाम से मनाया गया। विद्यार्थियों को दशहरा पर्व से जुड़ी पौराणिक कथा के बारे में भी बताया गया। विद्यार्थियों ने लघु कार्यक्रम की प्रस्तुति बहुत ही अच्छे ढंग से दी ।कक्षा आठ की छात्रा ऐश्वर्या रावत ने दुर्गा स्रोत प्रस्तुत किया।
कक्षा आठ की छात्रा हर मेहर कौर ने दशहरा उत्सव के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी। कक्षा सात की छात्रा वाणी वर्मा ने सुंदर नृत्य नाटिका के माध्यम से सभी को आश्चर्यचकित किया। नन्हे-मुन्ने विद्यार्थियों ने उल्लास पूर्वक नृत्य किया । कुछ विद्यार्थी भगवान राम, सीता ,लक्ष्मण और हनुमान की पोशाक में सुसज्जित थे।
कार्यक्रम के अंत में रावण दहन किया गया और सभी विद्यार्थियों में मिठाई वितरित की गई। विद्यालय के चेयरमैन सरदार राजा सिंह जी ने अच्छी प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों को पारितोषिक भी प्रदान किए। कार्यक्रम का समापन विजयदशमी की शुभकामनाओं के साथ किया गया।